निशुल्क पंचांग अपने मोबाइल फोन पर मँगवाने के लिए9897607275 पर अपने शहर का नाम लिख कर व्हाट्सएप्प करे। 🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞 ⛅ *दिनांक 03 जून 2020* ⛅ *दिन - बुधवार* ⛅ *विक्रम संवत - 2077 (गुजरात - 2076)* ⛅ *शक संवत - 1942* ⛅ *अयन - उत्तरायण* ⛅ *ऋतु - ग्रीष्म* ⛅ *मास - ज्येष्ठ* ⛅ *पक्ष - शुक्ल* ⛅ *तिथि - द्वादशी सुबह 09:05 तक तत्पश्चात त्रयोदशी* ⛅ *नक्षत्र - स्वाती रात्रि 08:43 तक तत्पश्चात विशाखा* ⛅ *योग - वरीयान् सुबह 06:22 तक तत्पश्चात परिघ* ⛅ *राहुकाल - दोपहर 12:25 से दोपहर 02:05 तक* ⛅ *सूर्योदय - 05:57* ⛅ *सूर्यास्त - 19:15* ⛅ *दिशाशूल - उत्तर दिशा में* ⛅ *व्रत पर्व विवरण - प्रदोष व्रत* 💥 *विशेष - द्वादशी को पूतिका(पोई) अथवा त्रयोदशी को बैंगन नही खाना होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)* 💥 *स्कंद पुराण के अनुसार द्वादशी के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए। इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं।* 🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞कई बार होता है जब बनता काम बिगड़ता है या का...
गुजरात के पवित्र तीर्थ स्थल अंबाजी (Ambaji) में पिछले 86 वर्षों से बिना भोजन और पानी के जीवन व्यतीत कर रहे 'चुंदड़ी वाले माताजी' (Chundadiwale Mataji) प्रह्लाद जानी(Prahlad Jani) का 91 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। उनका निधन उनके गृहनगर(वतन) गांव चरादा में हुआ है। उन्हें 28 मई, गुरुवार को अंबाजी में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। पिछले 86 वर्षों से, चुंदड़ीवाले माताजी ने भोजन या पानी नहीं लिया था । उनके पार्थिव शरीर को दो दिनों के लिए अंबाजी में रखा जाएगा ताकि भक्तों को माताजी का अंतिम दर्शन हो सके। यह माताजी विज्ञान के लिए एक बड़ी पहेली की तरह थे । उन्हें कई दिनों तक परखा गया। परीक्षण का हिस्सा रहे न्यूरो फिजिशियन डॉ. सुधीर शाह का यह भी मानना है कि माताजी का जीवन बहुत रहस्यमय था । उन्होंने अपने गृहनगर (वतन) गांव चरादा में 2.45 बजे अंतिम सांस ली। देर रात उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई। विशेष रूप से, चुंदड़ीवाले माताजी ने 86 वर्षों से भोजन और पानी छोड़ दिया था। चुंदड़ीवाले माताजी के निधन से उनके भक्तों में गहरा शोक व्याप्त हो गया है। यह विज्ञान के लिए भी एक बड़ा रहस्...